मुखड़ा
कऊची बोल देल्ही बाबा सनक गैले गे
लाठी लेके मारेले सब पे बमक गेले गे
डायलोग....
तोरा कहेल कहलियो हैप्पी न्यू ईयर कहे पूछो ही बाबा से चड्डी के कलर
अंतरा
बाबा के काहे खिसिया देल्ही गे
छौड़ी हमरा तो गारी सुना देल्ही गे
कह दे बाबा के होई गेले गलती गे
नाय त मार खाई जैवे तोरे चलती गे
डायलोग....
तोरा माफी मांगेंले कहलियो डियर कहे पूछो ही बाबा से चड्डी के कलर
अंतरा
कर देते बाबा जे शिकायत हमर बाप के
नया साल छौड़ी हमर हो जीते खराब गे
कहो अमित आशिक चिंटू राजा गे
कहे बाबा से दीलावो ही साजा गे
लागो छौड़ी तो आज पीले ही बियर काहे पूछो ही बाबा से चढ़ी के कलर